खुशी दे, या गम दे दे..
मगर देते रहा कर..
तू उम्मीद है मेरी..
तेरी हर चीज अच्छी लगती है..


प्रतिमा मे भगवान हो ना हो..
पर प्रति माँ मे, भगवान जरूर होते है..






दरवाजा छोटा ही रहने दो, अपने मकान का..
जो झुक के आ गया समझो वही अपना है..






जरूरी नही है.. इश्क मे बाहों के सहारे ही मिले..
किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है..






श्रद्धा ज्ञान देती है..
नम्रता मान देती है..
योग्यता स्थान देती है..
पर तीनो मिल जाये तो व्यक्ती को हर जगह सम्मान देती है..






काश.. एक रोटी Day भी होता..
उस दिन कोई गरीब भूखा ना सोता..






धन से नही मन से अमीर बनो..
क्यों की मंदिरो मे स्वर्ण कलश भले लगे हो..
लेकिन नतमस्तक पत्थर की सीढ़ियों पर ही होते है..






गुरु वही श्रेष्ठ होता है, जिसकी प्रेरणा से किसी का चरित्र बदल जाए..
और मित्र वही श्रेष्ठ होता है, जिसकी संगत से रंगत बदल जाए..






माता - पिता उस मेडिकल स्टोर की तरह होते है..
जहां हमारी हर उदासी और दर्द की दवा मिलती है..
ईश्वर से ये कामना है की, लंबा और स्वस्थ जीवन सभी के माता - पिता को दे..






अकाल पड़ा है पूरी दुनिया मे..
प्रेम.. आदर.. और सम्मान का..
लेना सभी जानते है..
देना कोई नही चाहता..






हर बेटी की सबसे बड़ी ख्वाहिश होती है..
की.. उसके पिताजी हमेशा मुस्कुराते रहे..






जरूरत से जादा मिले, उसे कहते है नसीब..
सब कुछ है फिर भी रोता है, उसे कहते है बदनसीब..
और जिंदगी मे थोड़ा कम पाकर भी हमेशा खुश रहता है, उसे कहते है खुशनसीब..






मेरे लिये हर खुशी का सिर्फ एक ही मतलब है..
और वो तुम्हारा साथ है..






किसी की सलाह से रास्ते जरूर मिलते है..
पर मंजिले तो खुद की मेहनत से ही मिलती है..






सफल जीवन के चार सूत्र..
मेहनत करे तो धन बने..
सबर करे तो काम..
मीठा बोले तो पहचान बने..
और इज्जत करे तो नाम..






तुम बस मुस्कुराया करो क्यों की..
तुम्हारी मुस्कान मे ही मेरी जान बसी है..






तरक्की की तेज़ रफ्तार मे भी बूढ़े माँ - बाप को समय जरूर दो..
ऐसा ना हो कल तुम्हारे पास समय हो पर माँ - बाप ना हो..






ख्वाब भले टूटते रहे मगर हौंसले फिर भी जिंदा हो..
हौंसला अपना ऐसा रखो जहां मुश्किले भी शर्मिंदा हो..






तुम हजार बार रुठोगे फिर भी मना लेंगे हम..
शर्त ये है की, मेरे हिस्से की मोहब्बत मे कोई और शामिल न हो..






जीवन मे तीन लोगो को कभी मत भूलना चाहिये..
मुसीबत मे साथ देने वाले को..
मुसीबत मे साथ छोड़नेवाले को..
और मुसीबत मे दालने वाले को..






एक सोच हमेशा अपने दिमाग मे रखना..
मेरा कोई बुरा करे, वो कर्म उसका..
मै किसी का बुरा ना करू, यह धर्म मेरा..






आंखो की गहराई को समझ नही सकते..
होठों से कुछ कह नही सकते..
कैसे बया करे हम आपको यह दिल का हाल..
तुम्ही हो जिसके बगैर हम रह नही सकते..






जितना मन से पवित्र रहोंगे, उतना ही भगवान से करीब रहोंगे..
क्यों की सदैव पवित्रता मे ही भगवान का वास होता है..






परिस्थितिया कैसी भी हो, अपना कर्म करते रहिये..
सफलता अवश्य मिलेंगी..






दुनिया मे सिर्फ दिल ही है, जो बिना आराम किये काम करता है..
इस लिये खुश रखो, चाहे अपना हो या अपनो का हो..






अगर हम किसी के दुख का कारण है, तो हमारा जीवन व्यर्थ है..
और अगर किसी के सुख की वजह है तो ही, हमारे जीवन का कुछ अर्थ है..






मै ख्वाहिश बन जाऊं, और तू रुह की तलब..
बस यु ही जी लेंगे, दोनो मोहब्बत बनकर..






जिंदगी मे अपनो से बडों को प्रणाम करना सीखिये..
कहा जाता है की, प्रणाम परिणाम बदल देता है..






आपके कर्म ही आपकी पहचान है.. वरना एक नाम के तो हजारों इंसान होते है..






जागना भी कबूल है तेरी यादो मे रात भर..
तेरे एहसासों मे जो सुकून है वो नींद मे कहां..






अगर दुसरे के दुख को देखकर आपको भी दुख होता है तो समझ लेना..
भगवान ने आपको इंसान बना कर कोई गलती नही की..






लोग जब अनपढ़ थे तो परिवार एक हुआ करते थे..
मैने टूटे परिवार मे अक्सर पढ़े लिखे लोग ही देखे है..






कितनी मोहब्बत है तुमसे ये कहना नही आता..
बस इतना जानते है, की तुम्हारे बिना हमे रहना भी नही आता..






सही समय की प्रतिक्षा मत करो..
अपने समय को ही सही बनाना सीखो..






कौन.. कब.. किसका.. और.. कितना है..
यह सिर्फ वक़्त बताता है..






प्यार मे तो बस भरोसा होना चाहिये..
शक तो पूरी दुनिया करती ही है..






बचपन मे जब मंदिरो मे भीड़ की वजह से भगवान के दर्शन नही हो पाते थे, तब पापा कंधे पर उठाकर दर्शन करवाते थे..
तब इतना नही पता था की जो कंधे पर उठाये है, वही भगवान है..






अगर कभी गुस्से मे माँ - बाप के उपकार गिनने बैठो तो..
आसमान के तारे गिन लेना बड़े होने का वहम निकल जायेंगा..






मौसम और वक़्त चाहे कितना भी बदल जाये..
बस तुम मत बदलना..






कोई भी इंसान पैसो से अमीर नही बनता..
जो माँ - बाप का प्यार पा सके वही असली अमीर है..






खुश चेहरे के पिछे गमों को पहचान लेती है..
वो माँ ही है जो दिल का हाल जान लेती है..






अगर जिंदगी दोबारा मिली तो..
अगली बार भी तुझे अपने हक मे लिखवा कर आएंगे..






भगवान की पूजा करने से माँ नही मिलेंगी..
लेकिन माँ की पूजा करने से भगवान जरूर मिलेंगे..






कदर करलो वक़्त होते हुए माँ - बाप की..
ये तुम्हारे पास जिंदगी भर नही रहेंगे..






बदला लेने की नही बदलाव लाने की सोच रखिये..
समझदार व्यक्ति वह नही जो ईट का जवाब पत्थर से दे..
समझदार व्यक्ति वो है, जो की फेंकी हुई ईट से अपना आशियाना बना ले..






ऊपरवाला आपसे कुछ वापिस लेता है, तो ये मत सोचो की उसने आपको कोई दंड दिया है..
हो सकता है उसने आपका हाथ खाली किया हो, पहले से बेहतर कुछ देने के लिए..






माया का संसार हर कदम कदम पर धोका है..
शरण लेलो परमात्मा की बड़ा सुनहरा मौका है..






दर्द भी वही देते है, जिन्हे हक दिया जाता..
वर्ना गैर तो धक्का लगने पर भी, माफी मांग लेते है..






हमारी मोहब्बत की सबसे खास बात..
ना इजहार ना इंकार..
ना करार ना तकरार..
बस सिर्फ प्यार प्यार और प्यार..






घोड़े के पिछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो..
क्यो की वह कभी भी लात मार देते है..






न किस्सों मे है..
और न किश्तों मे है..
जिंदगी की खूबसूरती..
चंद सच्चे रिश्तों मे है..






जिंदगी मे हमेशा ऐसे लोगो को पसंद करो..
जिनका दिल चेहरे से ज्यादा खूबसूरत हो..






खुश किस्मत है वो लोग जो तेरे साथ रह पाते है..
यहा तो सिर्फ अपने मोबाईल मे तेरी तस्वीर देख कर हम खुश हो जाते है..






जो दूसरों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखना चाहता है..
ऊपरवाला उनकी मुस्कुराहट कभी नही छीनता..






रिश्तों को दौलत की निगाहों से मत देखो..
क्यो की अक्सर साथ निभाने वाला इंसान गरीब ही होता है..






दिल में उसकी चाहत और लबों पे उसका नाम है..
वो वफ़ा करे ना करे जिंदगी अब उसी के नाम..






"झूठ" मे आकर्षण होता है, पर स्थिरता "सत्य" मे ही होती है..






शब्दो का "वजन" तो बोलने वाले के भाव पर आधारित है..
एक "शब्द मंत्र" हो जाता है..
एक "शब्द गाली" कहलाता है..
"वाणी" ही "व्यक्ति" के "व्यक्तित्व" का "परिचय" कराती है..






जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दे उससे ज्यादा प्यार आपको कोई और नही कर सकता..






तेरे सिवा कौन समा सकता है मेरे दिल मे..
रूह भी गिरवी रख दी है मैने तेरी चाहत मे..






जरूर कोई तो लिखता होंगा, कागज़ और पत्थर का नसीब..
वरना ये मुमकिन नही की, कोई पत्थर ठोकर खाये और कोई पत्थर भगवान बन जाये..
और कोई कागज़ रद्दी और कोई कागज़ गीता बन जाये..






शब्दो का प्रयोग सावधानी से करिये..
शब्द ही परवरिश का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करते है..






तुम एक ऐसी आदत बन गए हो..
जो जिंदगी भर नही छूट सकती..






जिन मूर्तियों को हम बनाते है, हम उनकी तो पूजा करते है..
पर जिन्होने हमे बनाया, हम उन माता - पिता की पूजा क्यो नही करते..






मन का झुकना बहोत जरूरी है..
सिर्फ सिर झुकाने से परमात्मा नही मिलते..






प्रेम सें बढ़कर त्याग हैं, दौलत सें बढ़कर मानवता हैं..
परंतु सुंदर रिश्तों सें बढ़कर इस दुनिया मे कुछ भी नहीं हैं..
जरुरी नहीं की मिठाई खिलाकर ही दूसरों का मुंह मिठा करें..
आप मिठा बोलकर भी लोगों को खुशियां दे सकते हैं..






दुनिया पर किया गया भरोसा तों टूट सकता हैं..
लेकिन दुनिया के मालिक पर किया गया भरोसा कभी नहीं टूटता हैं..






ज़िंदगी मे अपनेपन और एहसांसों का बड़ा काम होता हैं, दूसरों के दुखों को जो अपनाता हैं वहीं इंसान होता हैं..
न जाने कब कोई अंधेरे मे दीपक बनकर राह दिखा दे, क्यों की मुसीबत मे जो साथ हैं वहीं भगवान होता हैं..






खुश हूं मैं..
क्यों की मुझे सपनों सें ज्यादा, अपनों की फिकर हैं..
हो सके तों दिलों मे रहना सीखो..
गुरूर मे तों हर कोई रहता हैं..






जीवन मे मेहनत करने सें दिमाग साफ़ रहता हैं..
और सत्य बोलने सें दिल साफ़ रहता हैं..






इंसान अपना चेहरा तों खूब सजाता हैं, जिस पर लोगों की नज़र होती हैं..
मगर आत्मा को सजाने की कोशिश कोई नहीं करता जिस पर पर परमात्मा की नज़र होती हैं..






बाप का दर्द समझती हैं..
माँ के आंसु पोंछती हैं..
भाई का दुख लेकर उनपर अपना सुख लूटा देती हैं..
ये बेटिया भी तों माँ जैसी होती हैं..






वाणी को वीणा बनाये..
बाण न बनाये..
क्यों की, वीणा बनेंगी तों जीवन मे संगीत होंगा..
बाण बनेंगी तों जीवन मे महाभारत होंगा..






इस संसार मे अनेक कलाएं हैं, और इन कलाओं मे सें सबसे अच्छी कला हैं, दूसरों के हृदय को छु लेना..






चेहरे की चमक और घर की ऊंचाइयों पर मत जाना..
घर के बुजुर्ग अगर मुस्कुराते मिले तों समझ लेना की, आशियाना अमीरों का हैं..






प्रात: नमन..
आपका दिन बहोत खुशियों भरा और मंगलमय हो..






परेशानी मे कोई सलाह मांगे तों सलाह के साथ अपना साथ भी देना..
क्यों की सलाह गलत हो सकती हैं साथ, नहीं..






कभी कभी किसी सें ऐसा रिश्ता बन जाता हैं..
हर चीज़ सें पहले उसी का ख़याल आता हैं..






सौ काम छोड़कर भोजन करना चाहियें..
हज़ार काम छोड़कर स्नान करना चाहियें..
लाख काम छोड़कर दान करना चाहियें..
और करोड़ों काम छोड़कर भगवान का स्मरण करना चाहियें..






नारी त्याग की मूरत हैं तों..
पुरुष संघर्ष की सुरत हैं..
कैसे कहूं महान किसी को..
दोनों एक दुसरे की जरुरत हैं..






राम राम हैं भोर की,
राम रखेंगे खैर..
अपनी सबसे मित्रता,
नहीं किसी सें बैर..
सारे साथी काम के,
सबका अपना मोल..
जो संकट मे साथ दे,
वो सबसे अनमोल..






दुनिया के चार स्थान कभी नहीं भरते..
समुद्र.. शमशान.. तृष्णा का गड्डा.. और मनुष्य का मन..






हमेशा मुस्कुराते रहिये..
कभी अपने के लिये..
कभी अपनों के लिये..






स्त्री सरल भाषा मे कहूं..
स्त्री यानी अगरबत्ती..
जिसमें आग भी हैं..
धीरज भी हैं..
सहनशीलता भी हैं..
अपने आप को धीरे धीरे जलाकर अपने परिवार को सुगंधित करने की ताक़त भी हैं..






वो.. मेरे लिये बहोत खास हैं, मेरी ज़िंदगी मे..
जो अपनी नींदें भूल जाता हैं मुझसे बात करने के लिये..






प्रार्थना और विश्वास दोनों अदृश्य हैं..
परंतु दोनों मे इतनी ताक़त हैं की, नामुमकिन को मुमकिन बना देते हैं..






इंसान ही इंसान का रास्ता काटता हैं..
बिल्लियां तों यूं ही बदनाम हैं..






किसी को पा लेना या हासिल कर लेना ही मोहब्बत नहीं होती हैं..
मजा तों तब हैं, जब पाने की उम्मीद भी ना हो, और फिर भी मोहब्बत हो..






चलते रहे कदम तों किनारा जरूर मिलेंगा..
अंधकार सें लड़ते रहे तों सवेरा जरूर मिलेंगा..
जब ठान लिये मंज़िल पर जाना तों रास्ता जरूर मिलेंगा..
ऐ राही न थक चलता चल एक दिन समय जरूर मिलेंगा..






मनुष्य का असली चरित्र तब सामने आता हैं..
जब वो नशे मे होता हैं..
फिर नशा चाहे..
धन का हो..
पद का हो..
रूप का हो..
या शराब का..






पिता सें ही सुख -संपदा..
माँ सें ही हैं संस्कार..
जिस घर मे ये न रहे वो घर हैं बेकार..






नाम और पहचान भले ही छोटी हो, मगर ख़ुद की होनी चाहिये..
सबका सम्मान करना बहोत अच्छी बात हैं..
पर आत्मसम्मान के साथ जीना ख़ुद की पहचान हैं..






जरूरी नहीं कि जब हाथों में हाथ हो तभी पता चले कि तुम साथ हो..
तुम तो वो अहसास हो जो धड़कती हुई हर धड़कन के साथ मेरे पास हो..






जलील मत करना किसी भिक्षा मांगने वाले को अपने चौखट पर..
वो सिर्फ़ भीक लेने नहीं, आशिर्वाद देने भी आता हैं..






चक्रव्यूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं..
सतयुग मे भी यही सच था और अब कलयुग मे भी यही सच हैं..






अगर इंसान शिक्षा के पहले संस्कार, व्यापर के पहले व्यवहार, और भगवान सें पहले माँ - बाप को पहचान ले तों..
ज़िंदगी मे कभी कोई कठिनाई नहीं आयेंगी..






बिना स्वार्थ किसी का भला करके देखिये..
आपकी तमाम उलझने ऊपर वाला सुलझा देंगा..






शरीर सुंदर हो ना हो, पर शब्दों को जरूर सुंदर होना चाहियें..
क्यों की लोग चेहरे भूल जाते हैं, पर शब्दों को नहीं भूलते..






माँ की परछाई और पिता का गुरूर होती हैं बेटिया..






ज़िंदगी मे दो चीजें खास हैं..
एक वक़्त और दुसरा प्यार..
वक़्त किसी का नहीं होता..
और प्यार हर किसी सें नहीं होता..






जो दूसरों को इज्जत देता हैं असल मे वो ख़ुद इज्जतदार हैं..
क्यों की इंसान दूसरों को वहीं देता हैं जो उसके पास होता हैं..






माँ के बाद अगर कोई लड़की हैं, जो आपका दिल कभी नहीं तोड़ेंगी, तों वह हैं आपकी बहन..






धन आते ही सुख मिलेंगा, इसकी कोई ग्यारंटी नहीं..
लेकिन धर्म आते ही जीवन सुखमय बनेंगा, इसमें कोई संदेह नहीं..






जिनकी आंखें बात - बात पर भीग जाती हैं..
वो कमजोर नहीं बल्की दिल सें सच्चे होते हैं..






ख़ुद के ऊपर विश्वास रखो,
फिर देखना एक दिन ऐसा आयेंगा..
घड़ी दुसरे की होंगी और समय आपका..






सैकड़ों अक्लमंद मिलते हैं, काम के लोग चंद मिलते हैं..
जब मुसीबत आती हैं तब भगवान के सिवाय सबके दरवाजे बंद मिलते हैं..






भगवान सिर्फ़ वहा नहीं हैं जहां हम प्रार्थना करते हैं..
भगवान वहां भी हैं जहां हम गुनाह करते हैं..






संस्कार देखती हूं मैं हमेशा,
अक्सर गरीबों के घर मे..
दुपट्टा फटा होता हैं,
लेकिन सर ढका होता हैं..






तेरा ख़याल भी हैं क्या गज़ब हैं..
जरा कम आये तों आफत..
जरा जादा आये रो कयामत..






सवेरा तों रोज ही होता हैं, मगर सुप्रभात क्या हैं आपको पता हैं..?
जीवन मे जिस दिन आप अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त कर उच्च विचार धारण करके तथा अपनी आत्मा को शुद्ध करके दिन की शुरुवात करते हो वहीं सुप्रभात होता हैं..






संसार मे केवल मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणी हैं..
जिसका जहर उसके दांतो मे नहीं बातों मे हैं..






मैं खुद हैरान हु की तुझ से इतनी मोहब्बत क्यू है..
जब भी प्यार शब्द आता है चेहरा तेरा ही नज़र आता है..






*"नासमझ" इंसान ही*
*जिंदगी का 'आनंद' लेता है..*
*ज्यादा "होशियार" तो हमेशा*
*'उलझा' हुआ रहता है..*






*हजारों मिठाइयाँ चखी है ज़माने में*
*ख़ुशी के आंसू से मीठा कुछ भी नहीं है*






जीने का बस यही अंदाज़ रखो..
जो तुम्हें ना समझें उसे नज़र अंदाज़ करो..






बचपन मे माँ का चोट पर हल्के सें फूंक मारना और कहना बस अभी ठीक हो जायेंगा..
कसम सें वैसा मलहम आज तक नहीं बना..






इंसान नीचे बैठा दौलत गिनता हैं, कल इतनी थी आज इतनी बढ़ गई..
ऊपर वाला हंसता हैं और इंसान की सांसें गिनता हैं कल इतनी थी आज इतनी कम हो गई..






लड़ने सें डरे वो वीर नहीं होता..
दुश्मन के आगे झुके वो सिर नहीं होता..
यह तों कहीं जन्मों का पुण्य हैं..
वरना ऐसे ही हिंदु धर्म मे मेरा जन्म ना होता..






जिनकी आंखें बात - बात पर भीग जाती हैं..
वो कमजोर नहीं बल्की दिल सें सच्चे होते हैं..






कम से कम दिसम्बर मे तो दिल ना दुखाया करो..
बुजुर्ग कहते है सर्दियों में अक्सर चोटें ज्यादा दर्द देती है..






हर सुबह उठकर यह प्रार्थना किया करो की..
हें प्रभु रात सुख की बीत गई..
दिन निकला हैं..
मेरी वाणी सें, मेरे हृदय सें, मेरी आंखों सें, मेरे हाथों सें किसी का बुरा ना होवे..






कैलेंडर हमेशा तारीख को बदलता हैं..
पर एक दिन ऐसी तारीख भी आती हैं..
जो कैलेंडर को बदल देती हैं..
इस लिये सब्र रखें, वक़्त हर किसी का आता हैं बस मेहनत करते रहिये..






तुझसी महक कहीं ना मिली,
फूल सारे खरीद के देखें है मैंने..






आजाद रहिये विचारों सें..
लेकिन..
बंधे रहिये अपने संस्कारों सें..






प्यार सिर्फ़ आय लव यू बोलने सें नहीं होता हैं..
बल्की एक दूसरे की फीलिंग भी समझनी पड़ती हैं..






हम साल के अंतिम महिने मे हैं, मैंने मेहसूस की, मुझे उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना हैं..
जिन्होंने इस साल मुझे मुस्कुराने की वज़ह दी हैं, आप उन्हीं मे सें एक हैं..






आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी हो..
जीवन का सही आनंद लेने के लिये..
मानसिक स्थिति अच्छी होनी चाहिये..






उतनी बार तों सांस भी नहीं लेते होंगे हम..
एक दिन मे जितनी बार तुम्हें याद करते हैं..






ज़िंदगी के किसी मोड़ पर अगर कुछ फ़ैसला लेना हो तों हमेशा अपने दिल की सुनो..
वो होता तों लेफ्ट मे हैं, लेकिन उसका फ़ैसला हमेशा राईट होता हैं..






कोई कहता हैं अच्छे कर्म करो तों मरने के बाद स्वर्ग मिलेंगा..
लेकिन सच्चाई तों यही हैं माँ - बाप की सेवा करोंगे तों जीते जी स्वर्ग मिलेंगा..






अगर ज़िंदगी मे सुकून चाहते हो तों..
लोगों की बातों को दिल सें लगाना छोड़ दो..






माँ से बड़ा हमदर्द और
बाप से बड़ा हमसफर
और कोई नहीं..






जब लग नाता जगत का, तब लग भक्ति न होय..
नाता तोड़े हरि भजे, भगत कहावें सोय..






कलयुग हैं ये..
यहाँ झूठे को स्वीकार किया जाता हैं..
और सच्चे का शिकार किया जाता हैं..






मेरी ज़िंदगी का हर वो पल अधुरा हैं..
जिस पल मे तुम मेरे साथ नहीं..






जिस प्रकार एक धूप जलाने सें पूरे घर मे खुशबू फैल जाती हैं, उसी प्रकार परिवार का यदि एक व्यक्ती भी भगवान की भक्ती सें जुड़ जायें, तों इसका असर पूरे परिवार पर हो जाता हैं..

