जिस घर मे बेटियां पैदा होती है उस घर का पिता राजा होता है..
क्यों की परियां पालने की औकात हर किसी की नहीं होती..


शुभ प्रभात 


जब कोई हाथ और साथ दोनो ही छोड़ देता है..
तब ईश्वर कोई न कोई उंगली पकड़ने वाला दे देता है..
इसी का नाम जिंदगी है..


शुभ प्रभात 


पता नहीं मुझे हक़ है या नहीं..
पर तेरी परवाह करना अच्छा लगता है..
भगवान आप सभी की जिंदगी की राहों को हमेशा सुखों की रोशनी से जगमगाता रखे..


शुभ प्रभात 


हे प्रभु..
मेरे मन से..
मेरे कर्म से..
मेरे वचन से..
किसी का बुरा ना हो..


शुभ प्रभात 


दु:ख सहना माँ - बाप की खातिर फर्ज है एहसान नहीं..
कर्ज है इनका सर पर तेरे भिक्षा या कोई दान नहीं..
माता - पिता के चरण छुए चार धाम तीर्थ फल पावें, जो आशीष वो दिल से देवे..


शुभ प्रभात 


चार वेदो का अर्थ ना जानो तो कोई बात नहीं..
लेकिन समझदारी, जवाबदारी, वफादारी और ईमानदारी यह चार शब्दों का मर्म जानो तो भी जीवन सार्थक हो जाये..


शुभ रात्री


मेरे सीने मे एक ही दिल है..
उस दिल की धड़कन हो तुम..


शुभ प्रभात 


अगर इंसान शिक्षा से पहले संस्कार, व्यापार से पहले व्यवहार, और भगवान से पहले माता - पिता को पहचान ले तो जिंदगी मे कभी कोई कठिनाई नहीं आयेंगी..


शुभ प्रभात 


प्रेम और परोपकार सिखाता है,
बांटकर खाना..
भूख और बेईमानी सिखाती है,
लुटकर खाना..
लोभ और फिजूलखर्ची सिखाती है,
बेईमान बनना..
पर संस्कार और स्वाभिमान सिखाता है,
कमाकर खाना..


शुभ रात्री


आंखो के सामने तो कभी कभी रहते हो..
लेकिन कसम से हर पल दिल के पास रहते हो..


शुभ रात्री


कुछ ऐसा काम करो की आपके माता - पिता अपनी प्रार्थना मे कहे...
हे प्रभु हमे हर जनम मे ऐसी ही औलाद देना..


शुभ प्रभात 


सिर्फ दरवाजे पर शुभ - लाभ लिखने से कुछ नहीं होगा..
शुभ विचार रखिये, अपने लिये भी और दूसरों के लिये भी, लाभ ही लाभ होंगा..


शुभ रात्री


एक शौक बेमिसाल रखा करो..
हालात जैसे भी हो होठों पर हमेशा मुस्कान रखा करो..


शुभ प्रभात 


आंखे बंद करने से मुसीबत नहीं टलती..
और मुसीबत आये बिना आंखे नहीं खुलती..


शुभ रात्री


छल मे बेशक बल है..
लेकिन प्रेम मे आज भी हल है..


शुभ प्रभात 


अगर जिंदगी मे सफल होना है तो..
पैसों को हमेशा जेब मे रखना दिमाग मे नहीं..


शुभ रात्री


मोहब्बत वो नहीं जो एक गलती के लिये साथ छोड़ दे..
मोहब्बत तो वो है जो सौ गलतियां सुधार कर साथ दे..


शुभ रात्री


व्यवहार घर का कलश है,
और इंसानियत घर की तिजोरी..
मधुरवाणी घर की धनदौलत है,
और शांति घर की महालक्ष्मी है..


शुभ रात्री


पैसा घर का मेहमान है,
और एकता घर की ममता है..


शुभ रात्री


व्यवस्था घर की शोभा है,
और समाधान सच्चा सुख है..


शुभ प्रभात 


जब मेहनत करने बाद भी सपने पूरे नहीं होते, तो रास्ते बदलिये सिद्धांत नहीं..
क्यों की पेड़ भी हमेशा पत्ते बदलते है जड़ नहीं..


शुभ रात्री


गीता मे साफ शब्दों मे लिखा है..
निराश मत होना कमजोर तेरा वक़्त है तु नहीं..


शुभ रात्री


अगर आपके कर्म अच्छे हो..
विचारधारा अच्छी हो..
तो ईश्वर आपको ऐसे लोगों से
मिलवाता हैं जो आपकी तरक्की में
सहायक बनते हैं.. और आपके कर्म
खराब हो तो ऐसे लोगों को मिलवा देते हैं
जो आपका बेड़ा गर्क कर देते हैं


शुभ प्रभात 


औरों से मुझे क्या लेना..
मुझे तो बस तु, तेरा वक़्त और तेरा प्यार चाहिये..


शुभ रात्री


नियत साफ मकसद सही हो तो यकीनन..
किसी न किसी रुप मे भगवान भी आपकी मदत करते है..


शुभ प्रभात 


साथ रहकर जो छल करें उससे बड़ा कोई शत्रु नहीं हो सकता..
और जो हमारे मुंह पर बुराइयां बता दे उससे बड़ा कोई मित्र नहीं हो सकता..
याद रहे साफ साफ बोलने वाला कड़वा जरुर हो सकता है पर विश्वासघाती नहीं..


शुभ प्रभात 


धड़कने मेरी बेचैन रहती है आजकल..
क्यों की तेरे लिये ये धड़कती कम है, और तड़पती ज्यादा है..
सुख, शांति और समृद्धी की मंगलकामना के साथ सुबह का प्रणाम..


शुभ प्रभात 


पाप निसंदेह बुरा है..
लेकिन उस से भी बुरा है, पुण्य का अहंकार..


शुभ रात्री


कुछ मजबूरियां है..
वरना कहां रहा जाता तेरे बिन..


शुभ रात्री


लड़ने से कोई वीर नहीं होता..
मान लेने से कोई पीर नहीं होता..
ये तो चौरासी लाख जन्मो का पुण्य है..
वरना ऐसे ही हिंदु धर्म मे जन्म नहीं होता..


शुभ प्रभात 


तुलना के खेल मे मत उलझो, क्यों की इस खेल का कही कोई अंत नहीं..
जहां तुलना की शुरुवात होती है, वही से आनंद और अपनापन खत्म होता है..


शुभ प्रभात 


प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है और बड़ा उलझा भी..
बुद्धी से चलो तो बहोत उलझ..
भक्ति से चलो तो बड़ा सीधा..
विचार से चलो तो बहोत दूर..
भाव से चलो तो बहोत पास..
नजरो से देखो तो कण कण मे..
अंतर्मन से देखो तो जन जन मे..


शुभ प्रभात 


उनके साथ जरुर रहो जिनका वक़्त खराब है..
और उनका साथ छोड़ दो जिनकी नियत खराब है..


शुभ रात्री


हर पल तुझे हंसाना, हर पल तुझसे बात करना, थोड़ा सा लड़ना, और हद से जादा तुझे प्यार करना..
बस यही तो है मेरी जिंदगी..


शुभ रात्री


पंखों की जरुरत तो केवल पक्षियों को होती है..
मनुष्य तो जीतना विनम्रता से झुकता है उतना ही ऊपर उठता है..


शुभ प्रभात 


दुनिया की सबसे बेहतर दवा जिम्मेदारी है..
एक बार लेके तो देखिये जिंदगी भर थकने नहीं देंगी..


शुभ रात्री


प्रार्थना शब्दों से नहीं दिल से होनी चाहिये..
क्यों की ईश्वर उनकी भी सुनते है जो बोल नहीं पाते..


शुभ प्रभात 


जिंदगी मे दो चीज़े खास है,
एक वक़्त और दुसरा प्यार..
वक़्त किसी का नहीं होता और प्यार हर किसी से नहीं होता..


शुभ रात्री


दुनिया मे दो ही सच्चे ज्योतिषि है..
1) मन की बात समजने वाली माँ..
2) भविष्य को पहचानने वाला पिता..


शुभ प्रभात 


मौन और मुस्कान दोनो का इस्तेमाल किजिये..
मौन रक्षा कवच है और मुस्कान स्वागत द्वार..


शुभ रात्री


आप माँ - बाप की कदर करलो..
ऊपर वाला आपकी कदर करेंगा..


शुभ प्रभात 


सच कहते है लोग की औरत का दिमाग नहीं होता..
तभी तो वह हर रिश्ता दिल से निभाती है, बिना किसी मतलब से..


शुभ रात्री


तुने कैसे सोच लिया की तेरे बिना मेरी जिंदगी बीत जायेंगी..
ओय पगले तेरे नाम के बिना मोबाईल का लॉक भी नहीं खुलता..


शुभ रात्री


अहंकार का भाव ना रखूं..
नहीं किसी पर क्रोध करुं..
देख दूसरों की बढ़ती को..
कभी ना ईर्ष्या भाव रखूं..
रहे भावना ऐसी मेरी..
सरल सत्य व्यवहार करुं..
बनें जहां तक इस जीवन मे..
औरों का उपकार करुं..


शुभ प्रभात 


भिखारी को देख कर जब हम गाड़ी का शीशा बंद कर देते है..
तो हम सबको अपने दरबार मे देखकर भगवान को कितनी बार ऐसा करना पड़ता होंगा..
"आ गया मांगने"
इस लिये बिना मांगे ही हर पल परमात्मा का धन्यवाद करते रहे..
की जो तुमने दिया है, हम उसके भी कहां काबिल थे..


शुभ रात्री


फिक्र तो होंगी ना पगले..
तुम मोहब्बत बनते बनते जान जो बन गये हो मेरी..


शुभ रात्री


जब अपना दिन शुरु करते है, अपने जेब मे 3 तीन शब्द रखे..
1) कोशिश 2) सच 3) विश्वास
कोशिश - बेहतर भविष्य के लिये..
सच - अपने काम के साथ..
विश्वास - भगवान पर रखो तो सफलता आपके कदमों मे होंगी..


शुभ प्रभात 


स्वीकार करने की हिम्मत और सुधार करने की नियत हो तो.. इंसान बहोत कुछ सीख सकता है..


शुभ रात्री


प्रार्थना और विश्वास दोनो अदृश्य है..
परंतु दोनो मे इतनी ताक़त है, की नामुमकिन को मुमकिन बना देते है..


शुभ प्रभात 


अगर कुछ सीखना ही है तो आंखो को पढ़ना सीख लो..
वरना लफ्जों के मतलब तो हजार निकलते है..


शुभ प्रभात 


प्यार सिर्फ दो अक्षर का नाम है..
पर निभाने मे पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाती है..


शुभ प्रभात 


अमीर वो नहीं है जिसके पास बहोत पैसा है..
अमीर वो है जिसके पास अपने माता - पिता की सेवा करने का वक़्त है..


शुभ प्रभात 


अपनी सफलता का रौब माता - पिता को मत दिखाना..
उन्होंने अपनी जिंदगी हारकर आपको जिताया है..


शुभ प्रभात 


गीता मे लिखा है..
अगर आपको कोई अच्छा लगता है तो नहीं अच्छा वो नहीं..
बल्की अच्छे आप हो क्यों की उसमे अच्छाई देखने वाली नज़र आपके पास है..


शुभ प्रभात 


जिंदगी को हमेशा मुस्कुराकर गुजारो..
क्यों की आप नहीं जानते की यह कितनी बाकी है..


शुभ प्रभात 


नजरे तुमे देखना चाहे,
तो आंखो का क्या कसूर..
हर पल याद तुम्हारी आये,
तो सांसो का क्या कसूर..
वैसे तो सपने पूंछ कर नहीं आते,
पर सपने तेरे ही आये तो हमारा क्या कसूर..


शुभ रात्री


भावनाओं का कहां द्वार होता है..
जहां मन मिल जाये वही हरिद्वार होता है..


शुभ प्रभात 


अच्छे और सच्चे रिश्ते न तो खरीदे जा सकते है, न ही उधार लिये जा सकते है..
इस लिये उन लोगो को जरुर महत्व दे, जो आपको महत्व देते है..


शुभ प्रभात 


साल, महीने, दिन जितने भी बदले..
पर तुम कभी मत बदलना..
तुम मेरे हो सिर्फ मेरे ही रहना..


शुभ रात्री


विधाता की अदालत मे वक़ालत बडी न्यारी है..
ख़ामोश रहिये, कर्म किजिये सबका मुक़दमा जारी है..


शुभ प्रभात 


एक समय था, जब मंत्र काम करते थे..
उसके बाद एक समय आया जिसमे तंत्र काम करते थे..
फिर समय आया, जिसमे यंत्र काम करते थे..


शुभ रात्री


और आज के मे कितने दु;ख की बात है, सिर्फ षड़यंत्र काम करते है..
जब तक सत्य घर से बाहर निकलता है..
तब तक झूठ आधी दुनिया घूम लेता है..


शुभ प्रभात 


तुझसे बात करना तो अच्छा लगता है..
पर तुझसे लड़ना उससे भी अच्छा लगता है..


शुभ रात्री


जीवन मे कभी किसी की, की हुई भलाई व्यर्थ नहीं जाती..
वह कब किस रुप मे लौट कर आयेंगी यह ईश्वर ही जानता है..


शुभ प्रभात 


मेहनत करें तो धन बने..
सबर करे तो काम..
मीठा बोले तो पहचान बने..
और इज्ज़त करें तो नाम..


शुभ प्रभात 


जीवन मे मेहनत करने से दिमाग साफ रहता है..
और सत्य बोलने से दिल साफ रहता है..


शुभ प्रभात 


जब दर्द और कड़वी बोली दोनो सहन होने लगे..
तो समज लेना की जीना आ गया..


शुभ प्रभात 


दुनिया के लिये शायद तुम सिर्फ एक इंसान हो..
लेकिन मेरे लिये तुम मेरी पूरी दुनिया हो..


शुभ रात्री


सारे संसार की खुशियां आपकी झोली मे आ जाये..
इसी शुभकामना सहित सुबह का नमस्कार..


शुभ प्रभात 


"शब्दों" का भी "तापमान" होता है..
ये "जला" भी देते है और "सुकून" भी देते है..


शुभ प्रभात 


मेरा मुड़ कितना भी खराब हो..
बस तेरा नाम याद आते ही सब ठीक हो जाता है..


शुभ रात्री


प्रणाम - एक प्रेम है,
प्रणाम - एक अनुशासन है,
प्रणाम - आदर सिखाता है,
प्रणाम - मे शीतलता है,
प्रणाम - से सुविचार आते है,
प्रणाम - क्रोध मिटाता है,
प्रणाम - आंसू धो देता है,
प्रणाम -अहंकार मिटा देता है,
प्रणाम हमारी संस्कृती और सभ्यता है..


शुभ प्रभात 


लात मारने की आदत तो औलाद को माँ के पेट से ही होती है..
फर्क इतना है..
पेट मे लात खाकर माँ - बाप फुले ना समाते है..
लेकिन बुढ़ापे मे लात पड़ने पर, आंसू रोक नहीं पाते है..


शुभ प्रभात 


सारी दुनिया छोटी पड़ जाती है..
लेकिन भगवान का घर और माँ का आंचल कभी छोटा नहीं पड़ता..


शुभ प्रभात 


जीना है तो दर्पण की तरह जियो..
स्वागत सभी का, संग्रह किसी का भी नहीं..


शुभ प्रभात 


जिंदगी मे सबसे बड़ा धनवान इंसान वो होता है..
जो दूसरों को अपनी स्माइल देकर उसका दिल जीत लेता है..


शुभ प्रभात 


कभी कभी इंसान सच मे थक जाता है..
खामोश रहते - रहते..
दर्द सहते - सहते..
सब्र करते - करते..
उम्मीद रखते - रखते..
रिश्ते निभाते - निभाते..
सफाई देते - देते..
और अपनो को मनाते - मनाते..


शुभ प्रभात 








जब कोई हाथ और साथ दोनो ही छोड़ देता है..
तब ईश्वर कोई न कोई उंगली पकड़ने वाला दे देता है..
इसी का नाम जिंदगी है..






पता नहीं मुझे हक़ है या नहीं..
पर तेरी परवाह करना अच्छा लगता है..
भगवान आप सभी की जिंदगी की राहों को हमेशा सुखों की रोशनी से जगमगाता रखे..






हे प्रभु..
मेरे मन से..
मेरे कर्म से..
मेरे वचन से..
किसी का बुरा ना हो..






दु:ख सहना माँ - बाप की खातिर फर्ज है एहसान नहीं..
कर्ज है इनका सर पर तेरे भिक्षा या कोई दान नहीं..
माता - पिता के चरण छुए चार धाम तीर्थ फल पावें, जो आशीष वो दिल से देवे..






चार वेदो का अर्थ ना जानो तो कोई बात नहीं..
लेकिन समझदारी, जवाबदारी, वफादारी और ईमानदारी यह चार शब्दों का मर्म जानो तो भी जीवन सार्थक हो जाये..






मेरे सीने मे एक ही दिल है..
उस दिल की धड़कन हो तुम..






अगर इंसान शिक्षा से पहले संस्कार, व्यापार से पहले व्यवहार, और भगवान से पहले माता - पिता को पहचान ले तो जिंदगी मे कभी कोई कठिनाई नहीं आयेंगी..






प्रेम और परोपकार सिखाता है,
बांटकर खाना..
भूख और बेईमानी सिखाती है,
लुटकर खाना..
लोभ और फिजूलखर्ची सिखाती है,
बेईमान बनना..
पर संस्कार और स्वाभिमान सिखाता है,
कमाकर खाना..






आंखो के सामने तो कभी कभी रहते हो..
लेकिन कसम से हर पल दिल के पास रहते हो..






कुछ ऐसा काम करो की आपके माता - पिता अपनी प्रार्थना मे कहे...
हे प्रभु हमे हर जनम मे ऐसी ही औलाद देना..






सिर्फ दरवाजे पर शुभ - लाभ लिखने से कुछ नहीं होगा..
शुभ विचार रखिये, अपने लिये भी और दूसरों के लिये भी, लाभ ही लाभ होंगा..






एक शौक बेमिसाल रखा करो..
हालात जैसे भी हो होठों पर हमेशा मुस्कान रखा करो..






आंखे बंद करने से मुसीबत नहीं टलती..
और मुसीबत आये बिना आंखे नहीं खुलती..






छल मे बेशक बल है..
लेकिन प्रेम मे आज भी हल है..






अगर जिंदगी मे सफल होना है तो..
पैसों को हमेशा जेब मे रखना दिमाग मे नहीं..






मोहब्बत वो नहीं जो एक गलती के लिये साथ छोड़ दे..
मोहब्बत तो वो है जो सौ गलतियां सुधार कर साथ दे..






व्यवहार घर का कलश है,
और इंसानियत घर की तिजोरी..
मधुरवाणी घर की धनदौलत है,
और शांति घर की महालक्ष्मी है..






पैसा घर का मेहमान है,
और एकता घर की ममता है..






व्यवस्था घर की शोभा है,
और समाधान सच्चा सुख है..






जब मेहनत करने बाद भी सपने पूरे नहीं होते, तो रास्ते बदलिये सिद्धांत नहीं..
क्यों की पेड़ भी हमेशा पत्ते बदलते है जड़ नहीं..






गीता मे साफ शब्दों मे लिखा है..
निराश मत होना कमजोर तेरा वक़्त है तु नहीं..






अगर आपके कर्म अच्छे हो..
विचारधारा अच्छी हो..
तो ईश्वर आपको ऐसे लोगों से
मिलवाता हैं जो आपकी तरक्की में
सहायक बनते हैं.. और आपके कर्म
खराब हो तो ऐसे लोगों को मिलवा देते हैं
जो आपका बेड़ा गर्क कर देते हैं






औरों से मुझे क्या लेना..
मुझे तो बस तु, तेरा वक़्त और तेरा प्यार चाहिये..






नियत साफ मकसद सही हो तो यकीनन..
किसी न किसी रुप मे भगवान भी आपकी मदत करते है..






साथ रहकर जो छल करें उससे बड़ा कोई शत्रु नहीं हो सकता..
और जो हमारे मुंह पर बुराइयां बता दे उससे बड़ा कोई मित्र नहीं हो सकता..
याद रहे साफ साफ बोलने वाला कड़वा जरुर हो सकता है पर विश्वासघाती नहीं..






धड़कने मेरी बेचैन रहती है आजकल..
क्यों की तेरे लिये ये धड़कती कम है, और तड़पती ज्यादा है..
सुख, शांति और समृद्धी की मंगलकामना के साथ सुबह का प्रणाम..






पाप निसंदेह बुरा है..
लेकिन उस से भी बुरा है, पुण्य का अहंकार..






कुछ मजबूरियां है..
वरना कहां रहा जाता तेरे बिन..






लड़ने से कोई वीर नहीं होता..
मान लेने से कोई पीर नहीं होता..
ये तो चौरासी लाख जन्मो का पुण्य है..
वरना ऐसे ही हिंदु धर्म मे जन्म नहीं होता..






तुलना के खेल मे मत उलझो, क्यों की इस खेल का कही कोई अंत नहीं..
जहां तुलना की शुरुवात होती है, वही से आनंद और अपनापन खत्म होता है..






प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है और बड़ा उलझा भी..
बुद्धी से चलो तो बहोत उलझ..
भक्ति से चलो तो बड़ा सीधा..
विचार से चलो तो बहोत दूर..
भाव से चलो तो बहोत पास..
नजरो से देखो तो कण कण मे..
अंतर्मन से देखो तो जन जन मे..






उनके साथ जरुर रहो जिनका वक़्त खराब है..
और उनका साथ छोड़ दो जिनकी नियत खराब है..






हर पल तुझे हंसाना, हर पल तुझसे बात करना, थोड़ा सा लड़ना, और हद से जादा तुझे प्यार करना..
बस यही तो है मेरी जिंदगी..






पंखों की जरुरत तो केवल पक्षियों को होती है..
मनुष्य तो जीतना विनम्रता से झुकता है उतना ही ऊपर उठता है..






दुनिया की सबसे बेहतर दवा जिम्मेदारी है..
एक बार लेके तो देखिये जिंदगी भर थकने नहीं देंगी..






प्रार्थना शब्दों से नहीं दिल से होनी चाहिये..
क्यों की ईश्वर उनकी भी सुनते है जो बोल नहीं पाते..






जिंदगी मे दो चीज़े खास है,
एक वक़्त और दुसरा प्यार..
वक़्त किसी का नहीं होता और प्यार हर किसी से नहीं होता..






दुनिया मे दो ही सच्चे ज्योतिषि है..
1) मन की बात समजने वाली माँ..
2) भविष्य को पहचानने वाला पिता..






मौन और मुस्कान दोनो का इस्तेमाल किजिये..
मौन रक्षा कवच है और मुस्कान स्वागत द्वार..






आप माँ - बाप की कदर करलो..
ऊपर वाला आपकी कदर करेंगा..






सच कहते है लोग की औरत का दिमाग नहीं होता..
तभी तो वह हर रिश्ता दिल से निभाती है, बिना किसी मतलब से..






तुने कैसे सोच लिया की तेरे बिना मेरी जिंदगी बीत जायेंगी..
ओय पगले तेरे नाम के बिना मोबाईल का लॉक भी नहीं खुलता..






अहंकार का भाव ना रखूं..
नहीं किसी पर क्रोध करुं..
देख दूसरों की बढ़ती को..
कभी ना ईर्ष्या भाव रखूं..
रहे भावना ऐसी मेरी..
सरल सत्य व्यवहार करुं..
बनें जहां तक इस जीवन मे..
औरों का उपकार करुं..






भिखारी को देख कर जब हम गाड़ी का शीशा बंद कर देते है..
तो हम सबको अपने दरबार मे देखकर भगवान को कितनी बार ऐसा करना पड़ता होंगा..
"आ गया मांगने"
इस लिये बिना मांगे ही हर पल परमात्मा का धन्यवाद करते रहे..
की जो तुमने दिया है, हम उसके भी कहां काबिल थे..






फिक्र तो होंगी ना पगले..
तुम मोहब्बत बनते बनते जान जो बन गये हो मेरी..






जब अपना दिन शुरु करते है, अपने जेब मे 3 तीन शब्द रखे..
1) कोशिश 2) सच 3) विश्वास
कोशिश - बेहतर भविष्य के लिये..
सच - अपने काम के साथ..
विश्वास - भगवान पर रखो तो सफलता आपके कदमों मे होंगी..






स्वीकार करने की हिम्मत और सुधार करने की नियत हो तो.. इंसान बहोत कुछ सीख सकता है..






प्रार्थना और विश्वास दोनो अदृश्य है..
परंतु दोनो मे इतनी ताक़त है, की नामुमकिन को मुमकिन बना देते है..






अगर कुछ सीखना ही है तो आंखो को पढ़ना सीख लो..
वरना लफ्जों के मतलब तो हजार निकलते है..






प्यार सिर्फ दो अक्षर का नाम है..
पर निभाने मे पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाती है..






अमीर वो नहीं है जिसके पास बहोत पैसा है..
अमीर वो है जिसके पास अपने माता - पिता की सेवा करने का वक़्त है..






अपनी सफलता का रौब माता - पिता को मत दिखाना..
उन्होंने अपनी जिंदगी हारकर आपको जिताया है..






गीता मे लिखा है..
अगर आपको कोई अच्छा लगता है तो नहीं अच्छा वो नहीं..
बल्की अच्छे आप हो क्यों की उसमे अच्छाई देखने वाली नज़र आपके पास है..






जिंदगी को हमेशा मुस्कुराकर गुजारो..
क्यों की आप नहीं जानते की यह कितनी बाकी है..






नजरे तुमे देखना चाहे,
तो आंखो का क्या कसूर..
हर पल याद तुम्हारी आये,
तो सांसो का क्या कसूर..
वैसे तो सपने पूंछ कर नहीं आते,
पर सपने तेरे ही आये तो हमारा क्या कसूर..






भावनाओं का कहां द्वार होता है..
जहां मन मिल जाये वही हरिद्वार होता है..






अच्छे और सच्चे रिश्ते न तो खरीदे जा सकते है, न ही उधार लिये जा सकते है..
इस लिये उन लोगो को जरुर महत्व दे, जो आपको महत्व देते है..






साल, महीने, दिन जितने भी बदले..
पर तुम कभी मत बदलना..
तुम मेरे हो सिर्फ मेरे ही रहना..






विधाता की अदालत मे वक़ालत बडी न्यारी है..
ख़ामोश रहिये, कर्म किजिये सबका मुक़दमा जारी है..






एक समय था, जब मंत्र काम करते थे..
उसके बाद एक समय आया जिसमे तंत्र काम करते थे..
फिर समय आया, जिसमे यंत्र काम करते थे..






और आज के मे कितने दु;ख की बात है, सिर्फ षड़यंत्र काम करते है..
जब तक सत्य घर से बाहर निकलता है..
तब तक झूठ आधी दुनिया घूम लेता है..






तुझसे बात करना तो अच्छा लगता है..
पर तुझसे लड़ना उससे भी अच्छा लगता है..






जीवन मे कभी किसी की, की हुई भलाई व्यर्थ नहीं जाती..
वह कब किस रुप मे लौट कर आयेंगी यह ईश्वर ही जानता है..






मेहनत करें तो धन बने..
सबर करे तो काम..
मीठा बोले तो पहचान बने..
और इज्ज़त करें तो नाम..






जीवन मे मेहनत करने से दिमाग साफ रहता है..
और सत्य बोलने से दिल साफ रहता है..






जब दर्द और कड़वी बोली दोनो सहन होने लगे..
तो समज लेना की जीना आ गया..






दुनिया के लिये शायद तुम सिर्फ एक इंसान हो..
लेकिन मेरे लिये तुम मेरी पूरी दुनिया हो..






सारे संसार की खुशियां आपकी झोली मे आ जाये..
इसी शुभकामना सहित सुबह का नमस्कार..






"शब्दों" का भी "तापमान" होता है..
ये "जला" भी देते है और "सुकून" भी देते है..






मेरा मुड़ कितना भी खराब हो..
बस तेरा नाम याद आते ही सब ठीक हो जाता है..






प्रणाम - एक प्रेम है,
प्रणाम - एक अनुशासन है,
प्रणाम - आदर सिखाता है,
प्रणाम - मे शीतलता है,
प्रणाम - से सुविचार आते है,
प्रणाम - क्रोध मिटाता है,
प्रणाम - आंसू धो देता है,
प्रणाम -अहंकार मिटा देता है,
प्रणाम हमारी संस्कृती और सभ्यता है..






लात मारने की आदत तो औलाद को माँ के पेट से ही होती है..
फर्क इतना है..
पेट मे लात खाकर माँ - बाप फुले ना समाते है..
लेकिन बुढ़ापे मे लात पड़ने पर, आंसू रोक नहीं पाते है..






सारी दुनिया छोटी पड़ जाती है..
लेकिन भगवान का घर और माँ का आंचल कभी छोटा नहीं पड़ता..






जीना है तो दर्पण की तरह जियो..
स्वागत सभी का, संग्रह किसी का भी नहीं..






जिंदगी मे सबसे बड़ा धनवान इंसान वो होता है..
जो दूसरों को अपनी स्माइल देकर उसका दिल जीत लेता है..






कभी कभी इंसान सच मे थक जाता है..
खामोश रहते - रहते..
दर्द सहते - सहते..
सब्र करते - करते..
उम्मीद रखते - रखते..
रिश्ते निभाते - निभाते..
सफाई देते - देते..
और अपनो को मनाते - मनाते..






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